शेयर मार्केट / स्टॉक मार्केट क्या है What is share market / stock market in Hindi
अगर सरल रुकने समझे तो शेयर मार्केट दो शब्दों से मिलकर बना है। शेयर और मार्केट! जिसका अर्थ होता है हिस्सेदारी। शेयर बाजार market का अर्थ बाजार। अर्थात शेयर बाजार एक ऐसा बाजार होता है जहां सेयर यानि हिस्सेदारी को खरीदा और बेचा जाता है। अगर इसे हम आसान भाषा में समझे तो एक शेयर खरीद और कंपनी का मालिक बन जाओ।
तो शेयर खरीदने से मालिक कैसे बन जाता है। चलिए समझते हैं कि शेयर क्या होता है?
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शेयर क्या होता है | what is share
दोस्तों पैसे इन्वेस्ट करने की महत्व अब सभी जानते ही होंगे तो आज की इस ब्लॉग में हम बात करेंगे शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने की अहमियत के बारे में तो हम सभी जानते हैं और आकर इन्वेस्ट करने के कई तरीके आप में से कई लोगों ने मुझसे पूछा है। स्टॉक मार्केट के बारे में तो इस ब्लॉग में | मैं पार्टिकुलरली सिर्फ स्टॉक मार्केट के बारे में ही बात करूंगा।
लेकिन स्टॉक मार्केट का नाम सुनकर बहुत से लोगों के दिमाग में कंफ्यूजन और डर पैदा हो जाता है कि यह स्टॉक क्या होता कैसे इन्वेस्ट करते हैं। पैसे डूब जाएंगे। बेकार है।
यह बहुत रिस्क होता है। लेकिन दोस्तों रिस्क तो कुकर में खाना पकाने में भी पर अगर आपको खाना पकाना आता है तो उसका रिस्क कम हो जाता है। रिस्क तो गाड़ी चलाने में भी है। पर अगर आप अच्छे से गाड़ी चलाना जानते हो तो एक्सीडेंट का खतरा कम हो जाता है। ठीक उसी तरह स्टॉक मार्केट में फिर आप इस रिस्क से कभी भी नहीं बच पाओगे। लेकिन अगर आपके पास सही नॉलेज तो आप इस रिश्ते को काफी हद तक कम कर सकते हो। इसके बाद बहुत से लोगों का मानना है कि। स्टॉक मार्केट एक जुआ है। हां, अगर आपको इसके बारे में कुछ नहीं पता और फिर भी आप उसमें स्टॉक किए जा रहे हो। यह आपके लिए दुआ ही है। आपको यह समझना होगा कि रिस्की मोर केलकुलेटर रिस्क में फर्क होता है। आपका स्टॉक मार्केट में कैलकुलेटेड रिस्क लेना होगा।
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कैलकुलेट रिस्क कैसे लेते हैं?
आइए देखते हैं तब से यह डिसाइड करोगे। आप कितना रिस्क ले सकते। अगर आप यंग हो और महीने में अच्छा पैसा बचा लेते हो। साहब स्टॉक मार्केट में ज्यादा रिस्क ले सकते हो। लेकिन अगर आप 60 साल के हो तो आपको कम रिस्क लेना होगा। साथ ही आप यह देखो कि आप जो रिस्क ले रहे हो उस पर आपको कितना प्रॉफिट मिल रहा है।
अगर आपको फायदा सिर्फ ₹5 का हो रहा है लेकिन ₹20 का नुकसान होने का चांस हातो तो आपको इस तरह के स्टॉक के अंदर इंवेस्ट नहीं करना चाहिए
तो सबसे पहले हमें स्टॉक मार्केट की एबीसीडी जान लेते हैं कि आपको इसके बारे में पता लग जाए। की हर कंपनी को ग्रो करने के लिए पैसे चाहिए। होते हैं कंपनी के फाउंड! के पास अगर पैसे हैं तो खुद के बाद उसमें लगा सकता है। कुछ अमीर लोगों को मना कर उनसे अपनी कंपनी में इन्वेस्ट करवा सकता है या फिर पब्लिक फंडिंग के जरिए पैसे ला सकता है। पब्लिक फंडिंग में कंपनी आम जनता से पैसे लेती है। अपने बहुत से शेयर मार्केट में ऑफर कर देती हूं,
- जिसे आईपीओ(Initial public offering) कहा जाता है।
इनिशियल पब्लिक ऑफर फिर आप लोग इस शेर को साहित्य को जरिए खरीदते हैं और कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हैं। किस तरह से कंपनी को ग्लो करने के लिए पैसे मिल जाते हैं। एग्जांपल के लिए अगर कंपनी की कीमत तीन करोड़ और उसे अपने तीन लाख से निकाले तो उसके हर एक शेयर की कीमत होगी। ₹100 के बीच खरीद लेते हो तो आप उस कंपनी में ₹2000 के मालिक बन जाते हो। आपको उस कंपनी में ₹2000 का हिस्सा है। इसी से कुछ शेयर चाहते हैं और अब आप उस कंपनी के शेयर होल्डर बन चुके हो। इसके बाद अगर वह कंपनी फ्यूचर में ग्रो करके 6 करोड़ की हो जाती है। तो उसके एक शेयर की कीमत ₹100 से बढ़कर ₹200 हो जाएगी। आपके नर्स किए गए ₹2000 4000 बन जाएंगे। वैसे अगर कंपनी लॉस में जाकर एक करोड़ की हो जाती तो उसका एक शेर ₹35 का हो जाएगा। आप जब चाहे अपने शेयर्स को बेच कर अपने पैसों को वापस पा सकते हैं। अगर आपको लग रहा है कि कंपनी डूब रही है या फ्यूचर में बाप को प्रॉफिट कमाकर नहीं दे सकती तो आप उस कंपनी के शेयर स्कोर स्टॉक मार्केट में सेल सकते हो और उससे अपने पैसे वापस पा सकते हो। कभी-कभी कंपनी ज्यादा मुनाफा मैं जाती है तो वह अपने शेयर होल्डर को कुछ डिविडेंड के रूप मै कुछ पैसे आपने शेयर होल्डर्स में बांट देती है या तो वह अपने शेयर होल्डर उसको पैसे दे सकती है या फिर उसे और शेर सकती है। इसे डिविडेंड कहा जाता है।
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कंपनी के शेयर का दाम कब बढ़ जाती है
कंपनी के शेयर के दाम तब बढ़ जाते हैं जब ऐसे बहुत से लोग खरीदना चाहते हैं। मार्केट का यूनिवर्सल लॉ ऑफ डिमांड को जब प्राइस गोज अप एंड वाईस वर्सा इसका मतलब है अगर एक कंपनी बहुत प्रॉफिट कम आ रही है तो उसके स्टॉक्स बहुत से लोग खरीदना चाहेंगे और उस पर स्टॉक में बहुत से लोग खरीदना चाहेंगे तो उसकी डिमांड बढ़ जाएगी और उसकी कीमत भी ठीक इसी तरह अगर कंपनी नुकसान में जा रही है तो उसके स्टॉक्स कोई नहीं लेना चाहेगा। जिन लोगों ने उसे ले रखे हैं, उसे बेचने लगेंगे और उसके प्राइस रेट जाएंगे। देखे सिंपल रुल गए हैं। क्या आपको एक कंपनी में तब इन्वेस्ट करना चाहिए जब उसके स्टॉक की कीमत कम हो इसके बाद जब उसकी कीमत बढ़ेगी तो या तो आप उसे सेल कर दीजिए और तुरंत पैसे वापस ले लीजिए या फिर लॉन्ग टर्म (long-time) के लिए इंवेस्ट करने के इरादे से उसे वहीं पर छोड़ दीजिए।
जैसे कि में जिस भी आदमी ने गूगल में लॉन्ग टर्म। पैसा लगाया होगा। उसे अब तक अरबों रुपए का प्रॉफिट डिविडेंड का रूप में मिला होगा और अगर वह अपने शेयर्स नहीं भेजता है तो उसे जिंदगी भर गूगल से पैसे मिलते रहेंगे
लेकिन सारे कंपनीज गूगल और फेसबुक की तरह नहीं होती। बहुत सी फेल हो जाती है जिससे उसका नुकसान हो जाता है। इसलिए आपको स्टॉक मार्केट को बहुत डीप में समझने की जरूरत है।
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बंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक क्या है
इंडिया में दो स्टॉक मार्केट से जिनका नाम है बंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज सबसे बड़ा स्टॉक मार्केट है। आप इन दोनों में से किसी में भी अपना पैसा लगा सकते।
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डीमैट अकाउंट क्या हैं
इस में इन्वेस्ट करने के लिए आपका अपना एक डीमैट अकाउंट खोलना होगा, जिससे आपके बैंक अकाउंट में पैसे रखे होते हैं। इस तरह से डिमैट अकाउंट में शेयर रखे होते यह डीमेट अकाउंट ऑफिस सेविंग अकाउंट से लिंक हो जाता है। इससे होता ही है क्या आप अपने डीमैट अकाउंट से कोई भी शेर जब भेजते हो? मार्केट में तो वह पैसा डायरेक्ट ही आपके सेमी अकाउंट में आ जाता है डिमैट अकाउंट।
बहुत आसानी से आप अपने मोबाइल फोन पर खोल सकते हो, कंपनी देती हैं जो डीमेट अकाउंट प्रोवाइड करती जिनके बारे में मैं जानता हूं।
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सीखने के लिए स्टॉक मार्केट में रिस्क तो होता ही और इसको कोई भी कभी भी खत्म नहीं कर सकता।
- (अगर आप जिंदा हो तो मरने का रिस्क कहीं ना कहीं हमेशा होता ही है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप लापरवाही से अपना दिन बिताओ रोड देकर क्रॉस ना करो या फालतू के 10 फ्लोर की बिल्डिंग ऊपर शक्तिमान बनने की कोशिश करो कम किया जा सकता है।)
- अगर आप कुछ बातें मानिए। सबसे पहले पार्ट से कांटेक्ट बनाओ आपके कांटेक्ट में जितने ज्यादा एक्सपोर्ट्स होंगे स्टॉक मार्केट में आपके कामयाब होने के चांसेस उतने ज्यादा होंगे।
- इसके बाद किसी एक्सपर्ट की बात पर भरोसा मत करो क्योंकि एक्सपोर्ट आप खुद मैसेज के बारे में और जानते रहो। इससे रिलेटेड बुक्स पढ़ते रहो ताकि आपको हमेशा एक्सपोर्ट्स पर डिपेंड न रहना पड़े और
- आप सब एक दिन एक्सपर्ट बन जाऊं ताकि आपको एक बात और ध्यान में रखने की जरूरत है। सारे एक्सपोर्ट्स एक्सपर्ट से यह जरूरी नहीं है।
- कुछ एक्सपर्ट को कंपनीस पैसे देती है ताकि वह लोग अपने फॉलो से बोल सके क्योंकि कंपनी के ग्रो करने के बाद पॉसिबिलिटी इसीलिए एक्सपोर्ट्स कंपनी में पैसा लगाने के लिए आपको बोल सकते हैं जिसने उन्हें इसके लिए पैसे दिए हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी है।
- क्या आप आंख बंद कर कर इन लोगों की बात ना सुनो स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट है
- जो टेलीग्राम चैनल चलाते हैं जो बिजनेस को मार्केट के बारे में बताते होंगे। करते हैं उनका लिंग क्यों मैंने डिस्क्रिप्शन में दे रखा है।
- दूसरी बात जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए। वह यह कि किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उसका बैकग्राउंड जरूर चेक करो।
- यह देखो कि पिछले कुछ सालों में कंपनी ने कितना प्रॉफिट कमाया।
- उससे अपना शेयर होल्डर उसको कितना डिविडेंड दिया है,
- उसके फाउंडर्स कहते हैं। उसका मैनेजमेंट कैसा है।
- उस कंपनी की टीम कैसी है।
- आप उस कंपनी के हर पहलू का अच्छे से पढ़े और फिर यह फैसला कीजिए कि
- वह इन्वेस्ट करने लायक है या नहीं।
- इसके बाद यह देखिए इस कंपनी के फ्यूचर में ग्लो करने के चांसेस कितने हैं?
आप सोचेंगे कि टेक्नोलॉजी अगेंस्ट की कंपनी से बहुत फायदा कम आती है।
गेम खेल खेल कर उठ जाते हैं, चाहे Pung हो या freefire game की कंपनी शार्ट में फायदा कमाने के लिए अच्छी होती है। लेकिन long-term यह फेल हो जाते हैं क्योंकि लोगों को हमेशा कुछ नया चाहिए होता है।
ज्यादा फायदा कमाने के लिए आपको एक कंपनी में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना होगा। लेकिन अगर आप शॉर्ट में पैसा लगाना चाहते हो तो उसमें भी कोई बुराई नहीं है। बस आपको उसमें फायदा कम होगा या हो सकता है,
नुकसान हो जाए। अगर आपको वाकई एक दिन वो रेनबो सेट और राकेश झुनझुनवाला की तरह एक बड़ा इन्वेस्टर बनना है और आप स्टॉक मार्केट को कैरियर की तरह चुनना चाहते हो। यह जरूरी है कि आप इसमें एक्सपोर्ट चौक मार्केट का कौन सबसे बीच ब्लॉग में खत्म नहीं होता है। यह बहुत बड़ा सब्जेक्ट।
अगर आपको इस से रिलेटेड बुक्स पढ़नी है तो आप यह किताब पढ़ सकते हो।
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दोस्ती वह बात है स्टॉक मार्केट के बारे में जो मुझे पता थी जो मैंने आपको बता दी। अगर आप इन्वेस्टमेंट से रिलेटेड बुक्स अमृत पढ़ना और सुनना चाहते हो तब यह बुक ऐप डाउनलोड कर सकते हो। फाइनली यू आर अमेजिंग की ब्रीडिंग की प्लानिंग की ड्रॉइंग। थैंक्यू फॉर रीडिंग?