Mobile Recharge हुए 20 फीसदी महंगे, आम आदमी को लगा बड़ा झटका! 

Mobile Recharge हुए 20 फीसदी महंगे, आम आदमी को लगा बड़ा झटका! 

मोबाइल रिचार्ज दरों में अचानक आए 20 फीसदी उछाल ने आम उपभोक्ताओं की रोज़मर्रा की जीवनशैली को मानो झकझोर दिया है। एक विचित्र-सी चालेंबाज़ी अपनाते हुए कंपनियों ने शुल्क में प्रत्यक्ष बढ़ोतरी तो नहीं की, परंतु वैलिडिटी को इस तरह संकुचित कर दिया कि उपयोगकर्ताओं की जेब स्वतः ही हल्की होने लगी। इस पहेली जैसे प्रकरण के हर पहलू को विस्तार से समझना अब अनिवार्य हो गया है—कौन-सी कंपनी ने यह बदलाव लागू किया? कौन-से पैक प्रभावित हुए? और इससे उपभोक्ताओं की मासिक खपत पर क्या गहरा असर पड़ने वाला है?

सबसे पहले जानिए कि यह पूरा वाकया BSNL के इर्द-गिर्द घूम रहा है। सरकारी दूरसंचार कंपनी BSNL ने बिना मूल कीमतों में कोई पारदर्शी वृद्धि किए, योजनाओं की वैलिडिटी घटाकर एक अदृश्य आर्थिक भार उपभोक्ताओं पर डाल दिया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स इस संभावना को रेखांकित कर चुकी हैं कि 1 दिसंबर से निजी टेलीकॉम कंपनियां भी अपने टैरिफ संशोधित कर सकती हैं। लेकिन बीच में BSNL ने अपने ग्राहकों को आश्वस्त किया था कि वह दरों में कोई इजाफा नहीं करेगा—परंतु कहने और करने के बीच की दूरी बड़ी चालाकी से भर दी गई।

कंपनी ने ₹99, ₹17, ₹197, ₹147 और ₹157 जैसे कई योजनाओं की वैलिडिटी घटाकर इन्हें अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 20% महंगा बना दिया है। लोकप्रिय ₹107 पैक, जो पहले 28 दिनों की अवधि के लिए उपलब्ध था, उसे अब मात्र 22 दिनों तक सीमित कर दिया गया है—यानी बिना शुल्क बढ़ाए ही एक गहरा आर्थिक कटाव। यही नहीं, ₹99 वाले वाउचर में मिलने वाली 15 दिन की अवधि को 14 दिन में बदल दिया गया है। अनलिमिटेड कॉलिंग और 50MB डेटा वाला यह पैक अब पहले जैसा किफायती नहीं रहा।

₹17 वाले पैक में पहले 3GB डेटा और 200 मिनट कॉलिंग 28 दिनों तक उपलब्ध थे; अब उसकी वैधता मात्र 22 दिन कर दी गई है। ₹197 वाले पैक की बात करें तो यह प्रीपेड योजना, जो कभी 48 दिनों की अवधि के साथ आती थी, अब केवल 42 दिनों तक सीमित रह गई है। इस प्लान में 300 मिनट कॉलिंग और 4GB डेटा शामिल था। इसी क्रम में ₹153 वाले प्लान में रोज़ 1GB डेटा और अनलिमिटेड कॉलिंग मिलती थी, पर इसकी वैलिडिटी 25 दिनों से घटाकर 24 दिन कर दी गई है।

₹147 वाले पैक की वैधता भी 25 दिनों से घटाकर 24 दिन कर दी गई है—यह पैक अनलिमिटेड कॉलिंग और 5GB डेटा प्रदान करता था। भारी-भरकम ₹439 पैक, जिसमें पहले 90 दिनों तक अनलिमिटेड कॉलिंग और 300 SMS मिलते थे, अब केवल 80 दिनों तक वैध रहेगा। इसके अलावा ₹839 वाला पैक, जो पहले 180 दिन तक चलता था, अब 165 दिनों में समाप्त हो जाएगा।

BSNL के इस अचानक लागू किए गए ‘वैलिडिटी कटौती’ निर्णय ने उपभोक्ताओं में एक तीव्र आक्रोश जगा दिया है। X पर ग्राहकों ने खुलेआम अपनी नाराजगी प्रकट की है। उपयोगकर्ताओं का कहना है कि BSNL को लगता है कि इस प्रकार की ‘चुपके से की गई महंगाई’ पर लोगों की नज़र नहीं पड़ेगी, लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। कई उपयोगकर्ता सोशल मीडिया पर स्पष्ट लिख रहे हैं कि यह कदम कंपनी की विश्वसनीयता को क्षति पहुंचाएगा और ग्राहक आधार भी घट सकता है।

दिलचस्प बात यह है कि BSNL अपने गिरते यूज़र बेस को संभालने के लिए लगातार नए-नए प्लान लॉन्च कर रहा है, और Airtel व Jio जैसे निजी खिलाड़ियों से मुकाबला करने के लिए 4G सेवाएं भी शुरू की हैं। फिर भी लोग असंतुष्ट हैं—न तेज इंटरनेट स्पीड मिल रही है, न आधुनिक सुविधाओं का विस्तारित लाभ।

सार यह है कि BSNL ने अपने रिचार्ज प्लानों की वैलिडिटी घटाकर, उपभोक्ताओं को एक अप्रत्याशित आर्थिक धक्का दे दिया है। यह बदलाव भले ही कागज़ों में ‘प्राइस हाइक’ न कहलाए, परंतु उपभोक्ताओं की जेब पर इसका असर किसी तेज धार वाले ब्लेड से कम नहीं।

आप BSNL के इस कदम के बारे में क्या सोचते हैं? आप किस कंपनी का सिम इस्तेमाल करते हैं? अपनी राय कमेंट में अवश्य साझा करें। यदि यह रिपोर्ट आपको सूचनात्मक लगी हो, तो इसे लाइक और शेयर करें, और बिज़नेस जगत की ऐसी ही महत्वपूर्ण खबरों के लिए जुड़े रहें।

 

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